2012

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December 27, 2012

मै हिरन हूँ...मै हिरन हूँ...मै हिरन हूँ


देश मे हो रहे तमाम घटनाओ और उस पर पुलिसिया कार्यवाही को देखकर मुझे एक कहानी चरितार्थ होती दिख रही है|
कहानी है एक मंत्री जी की जिनका हिरन जंगल मे कही खो गया अब मंत्री जी का हिरन है कोई मजाक बात तो है नही
कैसे भी उसको ढूढ़ कर लाना था तो पहले लंदन की पुलिस से मदद ली गयी और उनको हिरन का फोटो देकर हुलिया बता पुछा गया कि आप हिरन कितने दिन मे ढूढ़ देंगेउन्होने कहा एक हफ्ते मे लेकिन काफ़ी मसक्कत के बाद भी जब हिरन नही मिला तो फिर अमेरिकी पुलिस से मदद ली गयी तो उन्होने एक महीने का समय लिया लेकिन वो भी अपनी पूरी तकनीकी और पूरी ताक़त लगाने के बाद भी सफल नही हो पाए तब मंत्री जी ने आखिर में अपने यहाँ के पुलिस को बुलवाया और रोब झाड़ते हुए कहा कि "मेरा हिरन मुझे 24 घंटे के अंदर चाहिए|”
फिर क्या था बिना किसी पूछताछ 4पुलिस वाले दौड़ा दिए गये और 2ही घंटे मे क्या देख रहे है कि वो चारो पुलिस वाले एक हाथी पकडे आ रहे है और हाथी कह रहा है - "मै हिरन हूँ...मै हिरन हूँ...मै हिरन हूँ.”

दिल्ली में एक private बस में एक शर्मनाक घटना घटी जिसने पुरे देश में खलबली मचा रखी है जिस दिन ये वारदात हुआ अगले दिन पुलिस वालो ने 170 "Illegal" बसों को सील कर अपनी पीठ ठोक ली अरे भाई अगर इतनी सारी बसे "Illegal" थी तो अब तक चल क्यों रही थीक्या इसी वारदात के इंतज़ार में?
दूसरी घटना इंडिया गेट की जब देल्ली पुलिस के एक constable तोमर जी की मौत हो गयी  
(जो नहीं होनी चाहिए थीआनन फानन में 4-5 लोगो को उस मौत का जिम्मेदार बता पकड़ लिया गया दुसरे दिन खबरिया चैनल्स बताने लगे की तोमर जी की मौत “heart attack" से हुयी और जो लोग पकडे गए वो तो इंडिया गेट गए ही नही थे किसी को रस्ते से पकड़ा गया तो किसीको मेट्रो से...सुभानल्लाह...

अब अगर बात इस पुरे घटना की करे तो जो कुछ भी हुआ या हो रहा है ये सब जनता की भागीदारी की वजह से ही हो रहा है वरना हमारे माननीयो ने तो ऐसे ऐसे बयानबाजियां की जिसको सुन हँसी भी आती है और दुःख भी होता है जैसे किसीने कहा कि ऐसी घटनाये रोज होती हैतो किसीने कहा मामले को बेवजह तूल दिया जा रहा हैतो किसीने लडकियों के पहनावे पर ही सवाल खड़ा कर दिया कि लडकिया ही भड़काती है लडको को ऐसे काम करने के लिए | अब उनसे कोई पूछे कि अगर ऐसा है तो दो ढाई साल कि बच्ची या 40 - 50 साल कि औरतो के साथ रेप क्यों होता है?
खैर बड़े लोग बड़ी बातें पुराने कमेंट्स तो पुराने हो गए अभी आज (इतना सब होने के बादएक महिला कृषि वैज्ञानिक ने म.प्रमें एक सेमिनार में कहा है कि - “10 बजे रात को वो लड़की घर से बाहर क्या कर रही थीफिर कहाब्वॉय फ्रेंड के साथ रात को बाहर निकलेगी तो यही होगा। पुलिस कहां तक संरक्षण देगी।(मतलब जो हुआ अच्छा हुआ हुंह..) इतना ही नहीं पीडिता के प्रतिरोध को भी उसका दुस्साहस बता दिया। उनका कहना थाहाथ पांव में दम नहींहम किसी से कम नहीं छह लोगों से घिरने पर लड़की ने चुपचाप समर्पण क्यों नहीं कर दिया। कम से कम आंतें निकालने की नौबत तो नहीं आती। उन्होंने कानूनों की बात भी की। उनका निष्कर्ष था सुविधाओं और अधिकारों का महिलाओं ने गलत इस्तेमाल किया है। इसलिए ऐसे मामलों में पुलिस का रवैया बिलकुल ठीक है।"
वाह!! बहुत खूब...
इसका मतलब अगर कुछ नामर्द किसी अकेली लड़की से अपनी मर्दांगनी दिखाए तो लड़की उसका विरोध न करके उनसे कहे कि "लो जो करना है कर लो मै बनी ही इसिलिये हु?"..छि: ...अगर महिलाये ही महिलायों के प्रति ऐसी सोच रखती है तो फिर क्या मतलब है इन कैंडिल मार्च और जनांदोलनो का??

December 24, 2012

फेसबुक अकाउंट हैक का नया तरीका -क्लिकजैकिंग(Click Jacking):

दोस्तों फेसबुक आज सिर्फ एक सोशल नेटवर्किंग साईट ही नहीं, बल्कि हमारे जीवन का एक हिस्सा बनता जा रहा है| फेसबुक ने सिर्फ भारत जैसे देश में लैपटॉप, कंप्यूटर और मोबाइल की बिक्री बढ़ाई बल्कि इन्टरनेट के जानकारों की संख्या में भी चमत्कारिक इजाफा किया और आजकल तो समाज में हो रही विसंगतियों के खिलाफ मुहीम छेड़ने का हथियार भी बन रहा है|लेकिन ये भी सच है की जहाँ तकनिकी हमारे काम को आसान बनाती है वही कुछ परेशानिया भी साथ ले आती है| ऐसी ही एक परेशानी का जिक्र छेड़ा हमारे एक ब्लागर मित्र धरम तंग जी ने और उस परेशानी का नाम है -‘क्लिक्जैकिंग’ (फेसबुक अकाउंट हैक का नया तरीका)!!
तो चलिए जानते है क्या है ये क्लिकजैकिंग तकनीक और इससे कैसे बचाया जाये अपने फेसबुक अकाउंट को...

दोस्तों आजकल आपने भी महसूस किया होगा कि फेसबुक पर पोर्न विडियो की बाड़ सी आई हुई है| किसी के अकाउंट से किसी को भी एक पोर्न लिंक जाता है और बस उसका काम तमाम हो जाता है|
सब के मन में सवाल हैं ये है क्या? कैसे काम करता है? कौन भेज रहा है और क्यों?
फेसबुक पर दो तरह के यूसर हैं पहले अडवांस और दूसरे नौसिखिया, नौसिखिया लोगो के अकाउंट सब से पहले ऐसी चपेट में जाते हैं अडवांस यूसर भी इस से बुरी तरह से ग्रस्त हैं|


क्या है क्लिकजैकिंग(Click Jacking) तकनीक?


क्लिकजैकिंग  तकनीक 2008 में Jeremiah Grossman and Robert Hansen ने खोजी थी| इस तकनीक में वेब क्लिक के माध्यम से यूसर के अकाउंट का फुल या पर्सिअल अधिकार हैकर के पास चला जाता है, और फिर हैकर उसके अकाउंट का खूब मज़े से प्रयोग करता रहता है जैसे की कुत्ते के ऊपर कलिली चिपक के मज़े से खून चूसती है|

फेसबुक पर आजकल क्लिकजैकिंग तकनीक से लोगो के अकाउंट हैक किये जा रहे हैं|
सबसे पहले हैकर अपने फ्रेंड को एक चटपटी विडियो या इमेज (ज्यादातर पोर्न विडियो) भेजता है| जैसे की फेसबुक में ये वाल पोस्ट फिर जब कोई लपक के उस विडियो पर क्लिक कर देता है तो विडियो या इमेज के पीछे छिपी स्क्रिप्ट (प्रोग्रामिंग कोड) अपना काम शुरू कर देती है| सबसे पहले यह स्क्रिप्ट (प्रोग्रामिंग कोड) अपने आप को खूब फैलता है, ताकि जयादा से जयादा लोगो तक पहुँच सके| क्लिक करने वाले सभी यूसर के सभी दोस्तों के पास वो विडियो लिंक आगे शेयर होता जाता है| जब ये लिंक यूसर के दोस्त को प्राप्त होती है तो दोस्त या तो उसे आगे फॉरवर्ड कर देता है या अपने दोस्त से लड़ाई करता है"क्यों बे ऐसी गन्दी गन्दी विडियो क्यों भेज रहा है" असल में वो आपके दोस्त ने नहीं भेजी वो तो उस बेबकूफ की वजह से फ़ैल गई अनजाने में|


इससे कैसे बचा जाए?

1.) जब आपके फ्रेंड की तरफ से ऐसी कोई पोर्न विडियो लिंक आए तो सबसे पहले उसे डिलीट करें, और अपने फ्रेंड को आगाह कर दें की बेटा तुम्हारे अकाउंट की  वाट लग गई है जल्दी से अपना पासवर्ड बदल के सिक्यूरिटी बदले|
जैसा की चित्र में ऊपर दिखाया गया है की सूरज नाम के मेरे फ्रेंड ने बिना भेजे ही मेरे वाल पोस्ट पर ये पोर्न विडियो डाल दिया। ये इसकी गलती नहीं है| बस गलती इतनी है की इसने क्लिक किया होगा और ये मेरे पास गई अब यदि मैं भी प्ले कर के देखने लगू तो यह मेरे सब दोस्तों के पास पहुच जाएगी|
2.) जब आपके पास ऐसा कोई लिंक आए तो  don't worry  इसे डिलीट कर दें ऐसे सिम्पल|



अब यदि आप चाहे तो इसे Report/Mark as Spam... भी कर सकते हैं, मगर इस का कोई फायदा नहीं क्यूकी ये आपको दिखना बंद हो जायेगा परन्तु आपके मित्रो को दीखता ही रहेगा तो बेस्ट आप्शन यही है की इसे डिलीट कर दिया जाए|
3.) यदि इस लिंक पर क्लिक कर दिया है और यह फ़ैल रहा है तो फेसबुक की अकाउंट सेट्टिंग में जाकर ऐप्प्स सेट्टिंग चेक करें| जो भी नया ऐप्प्स दिखे फ़ौरन डिलीट कर दें| असल में मैं किसी भी फेसबुक ऐप्प्स प्रयोग करने की सलाह नहीं दूंगा क्यूकी मुझे इन ऐप्प्स पर बिलकुल भी भरोसा नहीं होता|
4.) फेसबुक ऐप्प्स, फेसबुक वाले नहीं बनाते, ये ऐप्प्स पब्लिक डेवलपर्स बनाते हैं, और कोई भी जो PHP, JavaScript आदि का ज्ञान रखता है ऐप्प्स बना के फेसबुक ऐप्प्स लिस्ट में डाल सकता है| जब आप किसी ऐप्प्स को ज्वाइन करते हैं तो ऐसा लिखा आता है



जब आप किसी ऐप्प्स को ज्वाइन करते हैं तो आप अपना अकाउंट उस के हवाले कर देते हैं, ऐप्प्स डेवलपर्स कुछ भी कर सकता है फिर आप अपनी मर्ज़ी से अपना अकाउंट दुसरे को दे रहे होते हैं ये तो भाई ये ही बात हो गई बैल मुझे मार!!!
5.) हालाँकि फेसबुक ने ऐप्प्स के लिए अलग से पासवर्ड (ऐप्प्स पासवर्ड) का आप्शन दे रखा है, मगर फिर भी इन ऐप्प्स पर मुझे तो कतई भरोसा नहीं होता|


फेसबुक में आए दिन नए नए लोचे होते ही रहते हैं बेचारे फेसबुक वालो की टीम डेली न्यू चेलेंग्ज़ फेस करती है| खैर सारे लोचे से बचने का सिर्फ एकमात्र तरीका यही है की अपना ज्ञान बढाया जाए|





आभार: धर्म तंग जी का