बिसरी यादों के पन्ने..

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November 22, 2011

बिसरी यादों के पन्ने..

दिल से कुछ देर उसको जुदा कैसे रखूँ,
मेरे बस मे नही खुद को उससे खफा र
खूँ?
नही है मेरे दिल मे सिवा उसके
मै उसको भुला दू तो याद क्या र
खूँ??
***     ***       ***
तुम पास होते तो कोई शरारत करते,
तुम्हे लेकर बाहों मे मोहब्बत करते,

देखते तेरी आँखो मे नींद का खुमार,
और अपनी खोई हुई नींदो की शिकायत करते

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