September 2014

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September 29, 2014

शराब पीने के फायदे भी है... Benefits of Drink

(व्यंग को व्यंग की तरह ही पढ़े दिल पे न लें)
यूँ तो शराब इंसान को गलत काम करने को उकसाता है किन्तु सिक्के का दूसरा पहलु ये है शराब व्यक्ति की नैसर्गिक प्रतिभा को बाहर निकलने का काम भी करता है...

जैसे--

1: कोई अच्छा डांसर है, लेकिन अपनी शर्म की वजह से लोगो के सामने नहीं नाच पाता है ..। दो घूंट अन्दर जाते ही अपना ऐसा नृत्य पेश करता है  कि उसके सामने माइकल जैक्सन भी पानी न मांगे..
ऐसे कई उदहारण आपने शादी ब्याह के अवसर पर शराबियों को नृत्य करते हुए देखा होगा कोई नागिन बनकर जमीन में लोटता है तो कोई घूँघट डाल कर महिला नृत्य प्रस्तुत करता है !

2: शराब व्यक्ति के आत्मविश्वास को कई गुना बढ़ा देती है, दो घूंट अन्दर जाते ही चूहे की तरह डरने वाला डरपोक से डरपोक व्यक्ति भी शेर की तरह गुर्राने लगता है । शराब पीने के बाद कई पतियों को अपनी पत्नी के आगे गुर्राते हुए देखा गया है !

3 : शराब व्यक्ति को प्रकृति के करीब लाता है । दो घूंट अन्दर जाते ही शराबियो का प्रकृति प्रेम उभर कर सामने आ जाता है कई शराबी शराब का आनंद लेने के बाद ज़मीन, कीचड़, नाली, आदि प्राकृतिक जगहों पर विश्राम करते पाए जाते है !

4 : शराब व्यक्ति की भाषाई भिन्नता को कम कर देता है, जो लोग अंग्रेजी बोलना तो चाहते है लेकिन नहीं बोल पाते है अंग्रेजी बोलने में हिचकिचाहट महसूस करते है दो घूंट अन्दर जाते ही ऐसी धारा प्रवाह अंग्रेजी बोलने लगता है कि बड़े से बड़ा अंगरेज़ भी शर्मा जाये । ऐसे कई लोगो से आपका पाला पड़ा होगा !

5 : शराब व्यक्ति को दिलदार बनाती है। कंजूस से कंजूस व्यक्ति भी दो घूंट अन्दर जाते ही किसी सल्तनत के बादशाह की तरह व्यवहार करने लगता है ऐसे लोगो के जेब में भले फूटी कौड़ी न हो लेकिन ये लोग ज़माने को खरीदने में पीछे नहीं हटते है !

"शराब के करीब आईये"
और इस महत्वपूर्ण जानकारी को हर शराबी तक पहुंचाइये ताकी वह भी गर्व महसूस करे ।

September 03, 2014

इमेज, PDF या स्कैन किये हुए फाइल्स को एडिट करना हुआ एकदम आसान.

दोस्तों मेरे कुछ पीडीएफ डॉक्यूमेंट पड़े थे जिसको एडिट करना था पर हो नहीं रहा था इस समस्या के समाधान को तलाशने के लिए मैंने ब्लॉग ब्लॉग का चक्कर लगाया और काफी मसक्कत के बाद आज बालेंदु शर्मा जी के लेख को पढ़ कर संतुस्टी मिली...

धन्यवाद शर्मा जी आपका..

अब इतनी अच्छी जानकारी गुल्लक के पाठको के साथ साझा न किया जाये ये तो संभव नहीं क्युकी गुल्लक तो है ही गुल्लक..

तो आईये नज़र डालते है की कैसे स्कैन किए गए दस्तावेजों को टेक्स्ट फॉर्मैट में बदल सकते है वो भी बिलकुल मुफ्त और बिना किसी सॉफ्टवेयर की सहायता से..

हम बता रहे हैं दो ऐसे तरीके, जिनसे आप स्कैन किए हार्ड कॉपी को सॉफ्ट कॉपी में बदल सकते हैं। गल की सुविधा सिर्फ अंग्रेजी तक सीमित नहीं है। यह करीब तीन दर्जन भाषाओं में उपलब्ध है, जिनमें हिंदी भी शामिल है। हालांकि हिंदी के इमेज-आधारित दस्तावेजों को कन्वर्ट करने पर हासिल होने वाले टेक्स्ट में बहुत गलतियां होती हैं। इसकी भारी प्रूफ रीडिंग करनी होगी। ऐसे में हिंदी में गूगल ड्राइव की ओसीआर सुविधा ज्यादा व्यावहारिक महसूस नहीं होती।

गूगल ड्राइव के अलावा कुछ और ओसीआर सॉफ्टवेयर हैं, जो हिंदी को ठीक-ठाक सपोर्ट करते हैं। इनमें वेब आधारित ओसीआर सर्विसेज भी शामिल हैं और कंप्यूटर में इन्स्टॉल होने वाले सॉफ्टवेयर भी।

www.i2ocr.com वेबसाइट दूसरी भाषाओं के साथ-साथ हिंदी टेक्स्ट रिकॉग्निशन की सुविधा भी देती है। यह पीडीएफ दस्तावेजों को नहीं पहचानती, इसलिए अपने दस्तावेज को स्कैन करने के बाद इमेज फाइल फॉर्मैट में सेव करें, जैसे jpg, bmp, png वगैरह। यह सुविधा फ्री में उपलब्ध है। IndSenz नाम की विदेशी कंपनी के डिवेलपर ओलिवर हेलविग की तरफ से विकसित IndSenz Hindi OCR सॉफ्टवेयर साधारण फॉर्मैटिंग वाले हिंदी टेक्स्ट के रिकॉग्निशन का काम बखूबी करता है, लेकिन यह फ्री नहीं है। आइए, देखते हैं ये दोनों सर्विसेज कैसे काम करती हैं :

वेब आधारित OCR

1. सबसे पहले www.i2ocr.com/free-online-hindi-ocr पर जाएं।

2. नीचे की तरफ, जहां Let's OCR लिखा है, वहां Step 1 के तहत आपकी स्कैन फाइल को अपलोड करने की सुविधा मौजूद है। अपलोड करने के लिए कंप्यूटर में मौजूद स्कैन इमेज फाइल को चुन लें।

3. अब वेबसाइट पर Step 2 पर नजर डालें। यहां Hindi भाषा चुनी हुई होनी चाहिए। नहीं है, तो हिंदी को सिलेक्ट कर लें।

4. अब Step 3 पर मौजूद Extract Text बटन दबाएं, जिससे आपकी फाइल के अपलोड होने और उसके भीतर मौजूद टेक्स्ट को पहचानने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।

5. इसी वेब पेज पर दो बॉक्स खुल जाएंगे। इनमें से लेफ्ट वाले बॉक्स में टेक्स्ट दिखाई देगा। इस टेक्स्ट को कॉपी कर अपने कंप्यूटर में खुली हुई वर्ड फाइल में पेस्ट कर लें। अब जरूरत के लिहाज से एडिट कर लें।

6. आप देख सकते हैं कि सामान्य फॉर्मैटिंग वाले हिंदी टेक्स्ट का 90 फीसदी शुद्धता के साथ कन्वर्जन हो जाता है। अगर संबंधित इमेज फाइल आपके कंप्यूटर में नहीं बल्कि किसी वेबसाइट पर है तो यहां उसका वेब अड्रेस देकर सीधे टेक्स्ट कन्वर्जन मुमकिन है।

सॉफ्टवेयर के जरिए कन्वर्जन

इंडसेन्ज़ कंपनी की तरफ से विकसित हिंदी ओसीआर सॉफ्टवेयर को www.indsenz.com वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है। इसे आजमाने के लिए फ्री वर्जन डाउनलोड किया जा सकता है, हालांकि वह सिर्फ सॉफ्टवेयर की क्षमताओं का प्रदर्शन भर करता है। फ्री वर्जन के जरिए इमेज फाइल से निकाला गया टेक्स्ट इस्तेमाल करना संभव नहीं है, क्योंकि इसे न तो फाइल की शक्ल में सेव किया जा सकता है और न ही कट-कॉपी-पेस्ट के जरिए ही सॉफ्टवेयर से बाहर ले जाया जा सकता है। बहरहाल, ट्रायल वर्जन अपनी क्षमताओं का बखूबी प्रदर्शन कर देता है। अगर आप इसका दफ्तर के काम-काज में नियमित रूप से इस्तेमाल करने के इच्छुक हैं तो आपको पेड वर्जन खरीदना होगा। इसके दो पेड वर्जन हैं। सामान्य वर्जन की कीमत करीब 12 हजार रुपए है, जबकि प्रफेशनल वर्जन करीब 16 हजार रुपए का पड़ेगा।

कैसे काम करता है

1. सबसे पहले indsenz.com से हिंदी ओसीआर सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर कंप्यूटर में इन्स्टॉल करें। अब सॉफ्टवेयर को लॉन्च करें।

2. इसके फाइल मेनू में Open Images पर क्लिक करें।

4. अब खुलने वाले डायलॉग बॉक्स में अपनी स्कैन फाइल को चुन लें। यहां इमेज के साथ-साथ पीडीएफ फाइल को भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

5. सॉफ्टवेयर के ऊपरी हिस्से में टूलबार में बने बटनों पर नजर डालें। यहां लेंस के आइकन वाले बटन पर माउस ले जाने पर Start the text recognition दिखाई देगा। इस बटन को क्लिक करे।

6. इससे इमेज फाइल में मौजूद टेक्स्ट को पहचानने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। पहचाने गए टेक्स्ट को नीचे की ओर मौजूद बॉक्स में दिखाया जाएगा।

7. आप देख सकते हैं कि इस बॉक्स में माउस का कर्सर दिखाई दे रहा है और इस टेक्स्ट को सिलेक्ट करना मुमकिन है। जाहिर है, यह इमेज नहीं बल्कि टाइप किए हुए मैटर जैसा है।