शाहरुख खान हैं तो एक राष्ट्रभक्त व्यक्ति बस कभी कभी उनकी जुबान फिसल जाती है.
अब वे बोल गए कि “मेरे मुस्लिम होने को लेकर कुछ राजनेताओं ने मुझे कई बार निशाने पर लिया है. कुछ राजनेता मुस्लिमों के गलत होने या देश भक्त होने से जुड़ी जितनी बातें सोच सकते हैं, मुझे उसके प्रतीक के तौर पर पेश करते रहते हैं. रैलियां निकाल कर मांगे उठाई गईं कि मैं देश छोड़ दूँ और असली मातृभूमि को लौट जाऊ. मेरे भारतीय होने और मेरे पिता के स्वतंत्रता संग्राम में शरीक होने के बाबजूद कई मौकों पर आरोप लगे कि मेरी निष्ठा देश से कहीं ज्यादा पड़ोसी मुल्क के प्रति है.”
शाहरुख़ जी आप ये कैसे भूल गए की ये वही जनता है जिसने इतना सब होने के बावजूद पाकिस्तानी कलाकारों और क्रिकेटरों को सर आँखों पे बिठाती है जितना सम्मान वो यह पा जाते है उतना तो खुद अपने देश में नहीं पाते फिर आप तो यही के है. तब तो आप कुछ नहीं बोले जब अमेरिका ने आपसे कपडे तक उतरवा लिए थे!!
वैसे जो कुछ शाहरुख ने कहा उस पर विश्वास करना कुछ कठिन प्रतीत होता है किन्तु अब शाहरुख जैसी बड़ी हस्ती अगर यह कह रही है तो उस पर कुछ कहना सूरज को दिया दिखाने जैसा ही है. वैसे शाहरुख आप एक सम्माननीय भारतीय हैं. इस देश में तो राजनीतिक पार्टियां कई आरोप कई लोगों पर लगाती रहती हैं किन्तु उन पर लोग ध्यान नहीं देते. और लोगों पर उसका कोई असर भी नहीं होता. किन्तु आप ठहरे अति संवेदनशील सो आपने अपने दिल की बात किसी मेगजीन को बता दी. “बीइंग खान” वाले इंटरव्यू में आप यह भी कह सकते थे कि देश धर्मनिरपेक्ष है यहाँ हम खान होते हुए भी भारतीय हैं.
आपने सोचा भी नहीं होगा कि आपके दर्द को पड़ोसी मुल्क इतनी गंभीरता से लेगा कि मि. हाफिज साहब आपको पाकिस्तान आने का न्योता दे देंगे. मि. हाफिज साहब ने आपकी पीड़ा समझ कर यह कहने में जरा भी देरी नहीं लगाई कि “यदि आप (शाहरुख खान) भारत में सुरक्षित महसूस नहीं करते तो पाकिस्तान आकर बस जायें, आपको यहाँ पूरी इज्जत मिलेगी.”
वैसे दुनिया जानती है कि हाफिज एक आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का चीफ है जिसे पाकिस्तान ने बेन कर रखा है. पाकिस्तान तो क्या भारत के लिए भी वह कोई छोटी हस्ती नहीं है यदि छोटी हस्ती होता तो भारत के गृहमंत्री उसे श्री या मिस्टर कहकर क्यों पुकारते? सो श्री/ मि. हाफिज साहब पिछले कुछ दिनों से जब से हमारे गृहमंत्री जी ने भारत के मुख्य विपक्षी दल भाजपा और आर.एस.एस. को हिंदू आतंकवादी प्रशिक्षण केम्प चलाने वाले बताया है तब से कुछ ज्यादा ही फुदक रहा है. और फुदके भी क्यों नहीं आज तक भारत सरकार उसका कुछ बिगाड़ नहीं पाई है. और भारत सरकार तो क्या अमरीका भी उसके ऊपर इनाम घोषित करके चुप हो गया.
हाँ इज्जत की बात पर जरूर अचंभा हुआ. क्या भारत ने आपको सम्मान नहीं दिया? आप किंग खान के रूप में पहचाने जाने वाले ऐसे अभिनेता हैं जो दूसरों की खिल्ली उड़ाने में कभी कंजूसी नहीं करते जिसे सिने प्रेमी जनता सब कुछ नजर अंदाज कर सिर आँखों पर बिठाये रखती है. यह हो सकता है कि कभी किसी ने आपको तीखी बात कह दी हो किन्तु आपको उसका जबाब देना चाहिए था कि आपको किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं. किन्तु आप गांठ बाँध कर बैठ गए थे और शायद इस इंरव्यू का इंतजार कर रहे थे ? आपने अपनी पीड़ा जग जाहिर कर दी तो पडौसी आतंकवादी का आपके प्रति प्रेम कुलाचें मार रहा है. बीइंग खान में आपने यह नहीं कहा कि जो सम्मान आपको भारत की जनता ने दिया वह सम्मान आपको विश्व में कोई नहीं दे सकता लेकिन ऐसा कहना आप जैसी शख्सियत को शायद शोभा नहीं देता क्यों कि आप सोचते होंगे कि आपको सम्मान देना देश की जनता की जबाबदारी है, क्योंकि आप उसके एकमात्र हक़दार हैं. यदि जनता आपको सम्मान न भी दे तो आपको क्या फर्क पड़ता है ! आप तो सूरज हैं और आपके सामने सब बोने हैं !
वैसे इस तरह के बयान देते समय ये नही भूलना चाहिए कि भारत में ही होने के कारण शाहरुख, सलमान और आमिर खान इतने बड़े स्टार हैं। वरना इस्लाम में तो फिल्मों में काम करना हराम है और पाकिस्तान में हाफिज सईद जैसे कट्टरपंथी कहां उन्हें ऐसा करने देते।